Delighted to take you through the enchanting world of Hindi and Urdu poetry. In this blog post, we bring you 20 of the most touching and profound lines from some of the greatest poets. These verses capture the essence of love, life, and emotions, resonating deeply with the human experience. Let these beautiful lines inspire and move you as we delve into the rich tapestry of our literature. # सुंदर हिंदी कविताओं की पंक्तियाँ
“कहां जाकर ये मंजिल रुकेगी कोई नही जानता, कदम कदम पर रास्ते बदलते रहते हैं।”
गुलज़ार
“कुछ इस तरह से मैंने ज़िन्दगी को आसान कर लिया, किसी से माफ़ी मांग ली, किसी को माफ़ कर दिया।”
जावेद अख्तर
“तुम्हारे बिना ज़िन्दगी से कोई शिकवा तो नहीं, तुम्हारे बिना ज़िन्दगी भी लेकिन ज़िन्दगी तो नहीं।”
गुलज़ार
“ख़ुदा करे कि मोहब्बत में ये मक़ाम आए, किसी का नाम लूँ लब पर तुम्हारा नाम आए।”
बशीर बद्र
“किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार, किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार।”
साहिर लुधियानवी
“तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो, क्या ग़म है जिसको छुपा रहे हो?”
कैफ़ी आज़मी
“रात आधी खींचती है पैरों में पायल की तरह, दर्द कुछ कुछ जागता है दिल के बिस्तर की तरह।”
निदा फ़ाज़ली
“दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त, दर्द से भर न आए क्यों? रोएंगे हम हज़ार बार, कोई हमें सताए क्यों?”
मिर्ज़ा ग़ालिब
“हम भी दरिया हैं, हमें अपना हुनर मालूम है, जिस तरफ़ भी चल पड़ेंगे, रास्ता हो जाएगा।”
मुनव्वर राणा
“चलो आज फिर एक नई शुरुआत करते हैं, अपनी हसरतों को फिर से आबाद करते हैं।”
गुलज़ार
“वक़्त से पहले हादसों से लड़ गई, उम्र छोटी थी मगर समझ बड़ी गई।”
गुलज़ार
“वो कश्ती ही क्या जो साहिल से टकरा जाए, मज़ा तो तब है जब तूफ़ान से निकली जाए।”
अज्ञात
“मोहब्बतें जो बिक जाएँ वो मोहब्बतें नहीं होतीं, ये दिल की बात है कोई सौदा नहीं होता।”
राहत इन्दौरी
“कभी किसी को मुकम्मल जहाँ नहीं मिलता, कहीं ज़मीन कहीं आसमाँ नहीं मिलता।”
निदा फ़ाज़ली
“सफर में धूप तो होगी ही, जो चल सको तो चलो, सभी हैं भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलो।”
निदा फ़ाज़ली
“दिलो जान से करेंगे हिफाज़त उसकी, चले आए जो कोई पैगाम वतन का।”
अज्ञात
“ज़िन्दगी में कभी किसी को कम मत समझना, हर एक का अपना अलग अंदाज़ होता है।”
जावेद अख्तर
“तुम्हारे पास भी होगा जवाब का कोई सवाल, वरना दिल का दाग़ यूं हरा नहीं होता।”
बशीर बद्र
“गुनाह करने की हिम्मत बहुत है मुझमें, मगर कसूरवार बनने की औक़ात नहीं।”
अज्ञात
“मेरे ख़्वाबों का मज़ा भी तुम्हारे साथ है, मेरे ख़्वाबों में भी तुम्हारा साथ है।”
अज्ञात
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